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संदेश

बिना चीनी की चाय

बिना चीनी की "चाय" की आदत आज से छोड़ रहा.
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इंसानियत का दुश्मन

प्रत्येक दिन की तरह आज भी मैं दूध, सब्जी और राशन लाने के लिए गोलमुरी बाजार के लिए निकला। लगभग 7 बज गए थे। गोलमुरी चौक से पहले गाड़ी रोकी। सावधानीवश मास्क लगाया, पाकेट में हैंड sanitizer रखा और दूध लाने के लिए निकला। दूध लेकर कार में रख हैंड sanitize किया फिर गली का रास्ता होते हुए पैदल ही गोलमुरी के गाड़ी बनाने वाले लाइन स्थित भुंजा दुकान जा पहुंचा।   वहाँ पहले से एक सज्जन समान ले रहे थे, मैंने थोड़ी दूर खड़ा रहकर इंतजार किया और उनके जाने के बाद मैं दुकानदार के सामने पहुंचा। मैंने समान की सूची दुकानदार को बता ही रहा था कि तभी अचानक एक नौजवान आया और दुकान की सीढ़ियो पर चढ़कर अपने हाथों से भुंजा ले लेकर खाने लगा। न तो उसने मास्क पहना था, न ही उसने सोशल दूरी का ख्याल रखा था और तो और अपने हाथों से बिकने के लिए रखे समान को ले लेकर खा भी रहा था।  जब मैंने उससे मास्क पहनने की बात की तो उल्टा वह मुझे यह कहने लगा " मास्क पहनने से क्या होगा, भगवान बचा लेगा क्या? " फिर मैंने दुकानदार को डांटते हुए कहा की वह मास्क के बिना किसी को समान कैसे दे रहा है और बेचने के समान को खा रहे उस ग्राहक को

बाघा बार्डर

बाघा बार्डर -------------------------- चलो अब नफरतों के घाव सीने बन्द करते हैं चलो अब दुश्मनी के बीज बोने बन्द करते हैं अपने यहां आज राहत फतेह अली साहब को बाइज्जत सुनते हैं तुम्हें भी आज सोनू निगम के ' संदेशे आते हैं '   सुनने को कहते हैं चलो अब नफरतों के घाव सीने बन्द करते हैं चलो अब दुश्मनी के बीज बोने बन्द करते हैं । 1 । कुछ गलती जिन्ना ने भी की होगी कुछ गलती नेहरु की भी रही होगी सारी गलतियों को दफनाकर एक नई शुरूआत करते हैं साथ-साथ चलकर हम एक मुकम्मल इंसान बनते हैं चलो अब नफरतों के घाव सीने बन्द करते हैं चलो अब दुश्मनी के बीज बोने बन्द करते हैं । 2 । आओ मिलजुलकर सारी साजिशों को नाकाम करते हैं दुनियां को फिर से हम एकजुटता का संदेश देते हैं अट्टारी बार्डर को आज पाकिस्तान जिंदाबाद के नारों से उद्वेलित करते हैं बाघा बार्डर को भी हिन्दुस्तान जिंदाबाद की जय-जयकार से सुशोभित करते हैं चलो अब नफरतों के घाव सीने बन्द करते हैं चलो अब दुश्मनी के बीज बोने बन्द करते हैं । 3 ।

नागरिकता विधेयक 2019

नागरिकता विधेयक 2019 गृह मंत्रालय अमित शाह द्वारा 9 दिसंबर, 2019 को लोकसभा में पेश किया गया और लोकसभा में 311 बनाम 80 वोटों से यह विधेयक पारित हो गया। 11 दिसंबर को इसे राज्यसभा में पेश किया गया जहां बिल के पक्ष में 125 और खिलाफ में 99 वोट पड़े। इस तरह से बिल पास हो गया। बिल को 12 दिसंबर को राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद अब यह कानून बन गया है जिसका देश में बड़े पैमाने पर विरोध हो रहा है। आइए इस मौके पर हम जानते हैं कि नागरिकता कानून 1955 क्या है और इसमें संशोधन का प्रस्ताव कब रखा गया...       नागरिकता कानून 1955 क्या है      नागरिकता कानून, 1955 का संबंध भारतीय नागरिकता अधिग्रहण करने और नागरिकता तय करने के लिए है। भारत के संविधान के साथ ही नागरिकता कानून, 1955 में भारत की नागरिकता से संबंधित विस्तृत कानून है। किसी व्यक्ति को नागरिकता देने के लिए भारत के संविधान के अनुच्छेद 5 से 11 (पार्ट II) में प्रावधान किए गए  हैं।       नागरिकता संशोधन विधेयक, 2016 क्या था?     नागरिकता कानून, 1955 में बदलाव के लिए नागरिकता संशोधन विधेयक, 2016 पेश किया गया था। यह विधेयक 19 जुलाई, 2016 को प

Rough Driving

बुधवार, 4 दिसम्बर 2019 मैं पेंशनर के Income Tax के रेक्टीफिकेशन से संबन्धित कार्य के लिए अपने कार्यालय एन.एम.एल., बर्मामाइंस से विरदी निवास, बिष्टुपुर के लिए निकला।  सरकारी गाड़ी नहीं मिलने के बावजूद कार्य के महत्व को देखते हुए मैं अपनी व्यक्तिगत चारपहिये गाड़ी से इस कार्य के लिए निकल गया।  कार्यालय से निकलते हुए ना जाने क्यूँ मैंने स्टेशन रूट की और गाड़ी मोड दी और फिर स्टेशन होते हुए बिष्टुपुर की ओर निकाल पड़ा। मेरी गाड़ी जैसे ही जुगसलाई फाटक से थोड़ी आगे निकली पीछे से एक 

MRP and our responsibility

विगत 30 नबम्बर, 2019 को परिवार के साथ निक्को पार्क गया था। जैसा की प्रायः ही होता है की छुट्टी के दिनों परिवार के साथ कहीं ना कहीं घूमने निकल जाता हूँ, इसमें ये एक तरह का रूटीन भ्रमण का कार्यक्रम जैसा ही था। अपने परिवार के साथ साल भर में करीब 2 से 3 बार निक्को पार्क की सैर कर आता हूँ।  जमशेदपुर शहर के बिस्टुपुर स्थित निक्को जुबली पार्क अपने आप में एक बेहद ही अच्छा और अनूठा पार्क है, जिसमें बच्चों के साथ साथ बड़ों से संबन्धित कई प्रकार के झूले के साथ, नौकायन की भी सुविधा उपलब्ध है और अभी हाल ही में इस पार्क में वॉटर पार्क की भी सुविधा प्रदान की गई है। जमशेदपुर जैसे शहर में इस तरह का यह एकलौता पार्क है।  हर बार की तरह एक-एक झूले को झूलता आगे बढ़ता गया। फिर बच्चे की जिद और दुकान से lays की चिप्स। हर बार की तरह दुकानदार ने MRP से ज्यादा पैसे के डिमांड की और मैंने भी हर बार की तरह MRP से ज्यादा डिमांड किए गए पैसे उस दुकानदार को खामोशी से दे दिये और आगे बढ़ गया। मगर कुछ दूर आगे बढ़ने के बाद मुझे MRP से अधिक राशि उस दुकानदार को बिना किसी जिरह के दिये जाने पर अफसोस होने लगा और मैंने अन्

आत्मसाक्षात्कार एवं नशा-मुक्ति मार्ग का सफर

आज के परिदृश्‍य में हमने खुद को मोबाइल ,  टीवी तथा कम्‍प्‍यूटर की दुनिया से चिपका कर रखा है तथा हम फेसबुक ,  टयूटर ,  वॉटसअप ,  यू-टयूब जैसी कल्‍पनाशील दुनिया में खुद को कैद करके खोए-खोए से रहने लगे हैं। ऐसे में अंतरात्‍मा की गहराई से आने वाले भाव विलुप्‍त होते जा रहे हैं। इन भावों में दैविक शक्ति समाहित रहती है ,  जिससे प्रगतिशील विचारों के साथ-साथ सृजन की क्षमता का भी विकास होता है। सोमवार ,  2 जनवरी , 2012  को मैंने अपने ब्‍लॉग  parmarthsuman.blogspot.in  पर एक ब्‍लॉग लिखा  ' नया साल 2012 : नए संकल्‍प '  और अपने आप से एक संकल्‍प लिया नशा नहीं करने का और मेरे लिए गर्व की बात है कि अगस्त , 2019  में प्रवेश करने के बाद भी आज मैं अपने उस संकल्‍प पर पूरी तरह से कायम हूं। वर्ष 1994 अब तक के मेरे जीवन का सबसे उथल-पुथल करने वाला वर्ष । आत्‍महत्‍या में असफल रहा । इसके बाद जीवन में कोई लड़की नव-जीवन बनकर मेरे दिल में कैद हो गयी। घरेलू समस्‍याओं के साथ - साथ अन्‍य कई प्रकार की मानसिक वेदनाओं से ग्रस्‍त होकर अंतत: मैं इंटर प्रथम वर्ष में पदार्पण करते हुए नशा की दमघुटती राह में अग्रस