बेरहम दुनिया के अनजान रास्ते तनहाई भरे सफर में खुद को तलाशते पूछता है दिल , अब कौन है अपना हकीकत के आईने में अब टूट गया सपना पूछता है दिल , अब कौन है अपना ।।1।। बेवफाओं की मंडी में वफा की कहानी तूझसे मोहब्बत करके क्यों की नादानी मोहब्बत की राहों में अब खुद को संभालते पूछता है दिल , अब कौन है अपना जख्म दिल के अब खुद ही है सहना पूछता है दिल , अब कौन है अपना ।।2।। तेरी आशिकी में बीताए लम्हें लगने लगे हैं अब मुझको बेमानी बेबस निगाहों में अब सूखे समन्दर सा पानी पूछता है दिल , अब कौन है अपना छूट गया है अब तेरी गलियों से भी गुजरना पूछता है दिल , अब कौन है अपना ।।3।।
We are all INDIAN before a Hindu, Muslim, Sikh aur Isai or a Bihari, Marathi, Bengali etc. Love to all human being........