तेरी यादों को दिल के मंदिर में 
सजोने का इरादा जिंदा है 
तूझको बांहों में भरकर 
सीने से लगाने का इरादा जिंदा है 
तेरी गोद में सर रखकर 
जुल्फों तले खोने का इरादा जिंदा है 
तेरी कातिल मुस्कुराहट पर 
फिदा होने का इरादा जिंदा है ...
तेरी निगाहों की बेकरारी को 
बरकरार रखने का इरादा जिंदा है
तू गैर की हो गयी तो क्या हुआ 
आज भी पुनर्जन्म लेकर 
तेरी मोहब्बत की तपिश में 
एक बार फिर से जलने का इरादा जिंदा है