We are all INDIAN before a Hindu, Muslim, Sikh aur Isai or a Bihari, Marathi, Bengali etc. Love to all human being........
शनिवार, 26 अप्रैल 2014
तेरी तस्वीर
बदलते मौसम की तरह
हम भी बदलने लगे हैं
तेरी तस्वीर को देखकर
हम क्यों बहकने लगे हैं
बदलते मौसम की तरह
हम भी बदलने लगे हैं
तुमने कमसें खाईं हैं
हमसे दूर रहने की
हमने भी कमसें खा ली हैं
आजीवन तुम्हें नहीं भूलने की
बदलते मौसम की तरह
हम भी बदलने लगे हैं
अपनी तकदीर को देखकर
हम क्यों तडपने लगे हैं
बदलते मौसम की तरह
हम भी बदलने लगे हैं
झूठे कसमें वादों पर
एतबार करने की सजा
बेरहम संगदिल सनम से
बेइंतहा प्यार करने की खता
बदलते मौसम की तरह
हम भी बदलने लगे हैं
तेरी तस्वीर को देखकर
हम क्यों बहकने लगे हैं
कहाँ हो तुम
कहां हो दूर तुम
यहीं तो आस - पास हो
मेरी सांसों में समाने वाले
मेरे जीवन की तुम तलाश हो
कहां हो दूर तुम
यहीं तो आस - पास हो
जीवन के सफर में
परछाई बनकर मेरे साथ हो
मेरी निगाहों में बसने वाले
मेरी खुशियों का तुम एहसास हो
कहां हो दूर तुम
यहीं तो आस - पास हो
मेरी बेइंतहा मोहब्बत से
जाने क्यों तुम नाराज हो
मेरे दिल को तोड़ने वाले
मेरी धड़कनों की तुम आवाज हो
कहां हो दूर तुम
यहीं तो आस - पास हो
तुम्हारा साथ
नहीं चाहिए अब साथ तेरा
तेरी यादें ही काफी हैं
नहीं चाहिए अब हाथ तेरा
तेरी यादें ही काफी हैं
नहीं चाहिए तेरी ज़ुल्फों की छाँव
जिसमें सर छुपाकर खुलकर मैं रो सकूँ
नहीं चाहिए तेरी मखमली गोद
जिसपर सर रखकर मैं चैन से सो सकूँ
नहीं चाहिए अब साथ तेरा
तेरी यादें ही काफी हैं
नहीं चाहिए अब हाथ तेरा
तेरी यादें ही काफी हैं
नहीं चाहिए तुझसे झूठे वादों के बोल
जिसके सहारे जीवन मैं अपनी गुजार सकूँ
नहीं चाहिए मुझे तेरे लिखे कोरे कागज के पन्ने
जिसके पढ़कर मैं खुशियों का एहसास कर सकूँ
नहीं चाहिए अब साथ तेरा
तेरी यादें ही काफी हैं
नहीं चाहिए अब हाथ तेरा
तेरी यादें ही काफी हैं
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