31.08.2024 दिन शनिवार जब तुमसे हम 21 वर्षो के बाद मिले मगर अफ़सोस अपनी हालत का मैंने बिलकुल अगस्त 1994 जैसा महसूस किया. दो पल ठीक से तुम्हें देखने की हिम्मत तक जुटा नहीं पाया, इसका अफ़सोस है.
कुछ देर साथ थे, कुछ टूटी-फूटी बातें भी हुई और फिर हम पहले की तरह एक दूसरे से जुदा हो गए. आज तुम्हारे साथ बिताये इन लम्हो ने एक बात साबित कर दिया कि इतने वर्षो बाद न तुम बदली और न मैं, अगर बदला है तो सिर्फ यह वक़्त.
वर्षो बाद तुमसे मुलाक़ात के लिए उस परमेश्वर का आभार व्यक्त करता हूँ जिसने मुझे तुमसे मिलने में यहां महत्वपूर्ण कड़ी का काम किया और खुद को आज मैं बड़ा सौभाग्यशाली समझता हूँ, जरूर यह मेरे किसी पूर्व जन्म के पुण्यो का प्रतिफल है.
तुम्हारी खुशियों की दुआ करता हूँ. ईश्वर हमेशा तुम्हें खुश रखे.